झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, साथ ही साथ यहीं माता सती के 52 शक्तिपीठों में से एक जहाँ माता का हृदय विराजमान है, यह शक्तिपीठ हाद्रपीठ के रूप में जानी जाती है। बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, जिसे आमतौर पर बैद्यनाथ धाम के रूप में भी जाना जाता है, भगवान शिव का सबसे पवित्र निवास माना जाता है।

पुराणों के विवरण अनुसार, इस मंदिर को देव शिल्पि विश्वकर्मा जी ने बनाया है और कुछ इतिहासकारों का कहना है कि अभी की संरचना सन् 1496 में गिधौर (जिला - जमुई, बिहार) के राजा पूरनमल ने बैधनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया था। एक मान्यता यह भी है कि बैजू नामक एक चरवाहे ने इस ज्योतिर्लिंग की खोज की थी और उसी के नाम पर इस जगह का नाम वैद्यनाथ धाम पड़ा। वैजू मंदिर ज्योतिर्लिंग मंदिर से 700 मीटर दूर ही स्थापित है।