भगवान भोलेनाथ के प्रिय माह सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है। 10 जुलाई आषाढ़ पूर्णिमा और 11 जुलाई से श्रावण कृष्ण प्रतिपदा माह में गुरु आदित्य योग के शुभ संयोग में शिव आराधना की शुरुआत होगी। इस बार सावन में चार सोमवार का संयोग बन रहा है।
पवित्र अमरनाथ यात्रा के जम्मू आधार शिविर यात्री निवास (बेस कैंप) में आज आगामी तीर्थयात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए ट्रायल रन किया गया। इस दौराान बसों को अभूतपूर्व सुरक्षा के साथ रवाना किया गया। यह जानकारी जम्मू के डिप्टी कमिश्नर अचिन कुमार वैश्य ने दी।
सुबह से ही मेला में भगवान के अष्टकोणीय रथ का स्पर्श कर श्रद्धालु विग्रह पर तुलसी की माला, प्रसाद व फल अर्पित कर रहे —भोर में कार से प्रभु जगन्नाथ, सुभद्राजी एवं बलभद्र जी अस्सी जगन्नाथ मंदिर आएंगे
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण पर्वतीय जनपदों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी-नाले उफान पर हैं। भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंकाओं को देखते हुए चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटे के लिए स्थगित किया गया है। यात्रियों और लोगों की सुरक्षा को लेकर संबंधित जिलों
भोपाल के पटेल नगर स्थित इस्कॉन मंदिर द्वारा आज (शनिवार को) भगवान श्रीजगन्नाथ, बलराम और देवी सुभद्रा की भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। यह इस्कॉन भोपाल की तेरहवीं वार्षिक रथयात्रा होगी। यात्रा शाम 4 बजे भोपाल टॉकीज से शुरू होकर हमीदिया रोड
जग के नाथ भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा आगामी 29 जून को निकाली जाना है। इसमें अब सिर्फ दो दिन का समय शेष रह गया है। इसके मद्देनजर पिछले कई दिनों से चल रही तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुँच गईं है। रथ यात्रा इस्कॉन के तत्वावधान में काफी भव्य स्तर पर निकाली जाएगी।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार , मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने जगन्नाथपुर रथ यात्रा की सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी है।
जय जगन्नाथ’ की गूंज के साथ सज रहा शहर, 27 जून को निकलेगा भव्य रथ - तीन रथ, तीन देव... उमड़ेगा आस्था का महासागर, मिलेगा बैकुंठ पहुंचने का पुण्य
रांची धुर्वा सेक्टर-3 में मां सुभद्रा ग्रुप चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से श्री सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा।
ओडिशा के श्रीक्षेत्र पुरी में भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा जितनी धार्मिक श्रद्धा से मनाई जाती है, उसी भक्ति और गरिमा के साथ कोलकाता के कालीघाट महातीर्थ में भी यह पर्व मनाया गया। जेष्ठ पूर्णिमा यानी आज बुधवार के दिन दोनों ही तीर्थस्थलों पर विशेष अनुष्ठानों के साथ यह परंपरा निभाई गई, जिसमें शक्ति और वैष्णव परंपराओं का अनोखा समन्वय देखा गया।
अयोध्या एक बार फिर धार्मिक उत्साह और भक्ति के रंग में रंगी हुई है। आज गंगा दशहरा के पावन अवसर पर श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम दरबार सहित आठ देवालयों में देव विग्रहों की अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11:25 से 11:40 बजे के बीच प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगी। श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार सहित अष्ट देवालयों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा हेतु समारोह यज्ञशाला और परिसर के देवालयों में चल रहा है।
पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के बाद व्याप्त भय के बावजूद, बड़ी संख्या में श्रद्धालु कश्मीर में प्रतिष्ठित माता खीर भवानी मंदिर में दर्शन कर रहे हैं। कई कश्मीरी पंडितों सहित तीर्थयात्रियों ने अटूट आस्था व्यक्त की और कहा कि इस तरह के हमले उनकी भक्ति को कम नहीं कर सकते। वार्षिक खीर भवानी मेला 3 जून, 2025 को कश्मीर घाटी के गंदरबल जिले में स्थित तुलमुल्ला में प्रतिष्ठित खीर भवानी मंदिर में शुरू होगा।
गंगा दशहरा पुराणों के अनुसार दस दिवसीय महापर्व का यह स्थल सांस्कृतिक विरासत का केंद्र रहा है । धोपाप उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में गोमती नदी के तट पर स्थित एक धार्मिक तीर्थस्थल है। यह "धोपाप धाम" के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि गंगा दशहरा के अवसर पर यहां स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं, क्योंकि इस स्थान पर भगवान श्रीराम ने रावण वध के बाद पापों से मुक्ति के लिए स्नान किया था
दरंग की आराध्य देवी मां भगवती चामुंडा बुधवार को मंडी पहुंचीं। एक भक्त के निमंत्रण पर वे उनके घर आशीर्वाद देने रिवालसर के सरकिधर जाएंगी। प्राचीन परंपरा के अनुसार, मंडी सीमा में प्रवेश से पहले विक्टोरिया ब्रिज पर नारियल बलि दी गई। इसके बाद माता का रथ आगे बढ़ा। बाबा भूतनाथ मंदिर में माता का विश्राम हुआ । उसके बाद माता मंडी शहर से देव धुन वो नरसिंहों की टंकार से रिवालसर के लिए रवाना हुई।
जिले भर में सुहागिन महिलाएं ने सोमवार को अपने पति के लम्बी आयु के लिए वट सावित्री की पूजा की। ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को वट सावित्री की पूजा की जाती है। यह व्रत सुहागिन स्त्रियां पति की लंबी आयु के लिए करती हैं। सुहागिन स्त्रियों ने सोलह श्रृंगार कर पति की लंबी आयु की कामना के साथ वट वृक्ष की पूजा की। मान्यता है कि इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्य के साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वट सावित्री व्रत में कुछ स्थानों पर वट पूजा के बाद सुहागिन महिलाएं एक-दूसरे को पूजन में प्रयोग होने वाले पंखे से खोइ
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज स्थित पहाड़ी माई मंदिर अपनी खूबसूरती और विशेषताओं के कारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है। ऊंचाई पर स्थित होने के बावजूद यहां बारहों महीनें श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहां दर्शन करने आने वालों में झारखंड और उत्तर प्रदेश के भी श्रद्धालु शामिल हैं।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र एवं नोएडा से विधायक पंकज सिंह रविवार दोपहर विन्ध्याचल पहुंचे। उन्होंने गणेश द्वार से गर्भगृह में प्रवेश कर विधि-विधान से मां विन्ध्यवासिनी का दर्शन-पूजन किया। दर्शन के उपरांत पंकज सिंह ने मंदिर परिसर में स्थित सभी देवी-देवताओं का दर्शन किया और पूरे श्रद्धा भाव से परिक्रमा भी की।
प्रणामी ट्रस्ट की ओर से संचालित पुंदाग स्थित सुप्रसिद्ध राधा- कृष्ण मंदिर में गर्मी को देखते हुए मंदिर की समय सारणी परिवर्तन किया गया है। प्रबंधन कमेटी ने बुधवार को बताया कि सोमवार से शनिवार तक मंदिर का पट खुलने का समय प्रतिदिन प्रातः 5.30 बजे होगा।
श्री श्याम मित्र मंडल के सौजन्य से 17 मई को हरमू रोड के श्री श्याम मंदिर में 155वां श्री श्याम भंडारा का आयोजन किया जाएगा। प्रातः मंगल आरती के बाद बाबा को भोग लगाया जाएगा। साथ ही विशेष श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर में विराजमान सभी देवी-देवताओं का पूजन कर शाम में भंडारा का भोग लगाया जाएगा।
प्रणामी ट्रस्ट की ओर से संचालित पुंदाग स्थित श्री राधा- कृष्ण मंदिर में बुद्ध पूर्णिमा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्री राधा कृष्ण का अलौकिक श्रृंगार, विशेष पूजा अर्चना, प्रसाद भोग, भजन कीर्तन एवं सामूहिक महाआरती का आयोजन किया गया। श्री श्याम जी को फल,मेवा,चूरमा,पेड़ा का विधिवत भोग पुजारी अरविंद पांडे ने लगाया और विधि विधान से पूजा-अर्चना और महाआरती की गई।
वैशाख शुक्लपक्ष की पूर्णिमा पर सोमवार को विश्वप्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पूर्णिमा को लेकर मंदिर का पट सुबह तीन बजे कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर प्रबंधन का द्वार खोला गया। चार बजे सुबह सरकारी पूजा संपन्न हुई। उसके बाद बाबा मंदिर का द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया| मंदिर का द्वार खुलने के साथ ही पूजा अर्चना को लेकर अहले सुबह लगभग दो बजे से कतार में खड़े श्रद्धालुओं ने गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण किया।
खाटूधाम स्थित श्याम मंदिर के पट एक मई को शाम पांच बजे तक बंद रहेंगे। एक मई को बाबा श्याम का भव्य तिलक श्रृंगार किया जाएगा, जिसके चलते पूरे दिन मंदिर में विशेष सेवा-पूजा का आयोजन रहेगा। श्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने बताया कि 30 अप्रैल को रात 10 बजे
श्रीराम जन्म भूमि मंदिर के शिखर पर ध्वज दंड स्थापित किया गया। वैशाख शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि मंगलवार को सुबह आठ बजे श्री राम जन्मभूमि मन्दिर के मुख्य शिखर पर विधि विधान पूर्वक ध्वज दंड स्थापित किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय के अनुसार ध्वज दंड 42 फुट लंबा है।
मध्य प्रदेश में रविवार को राम नवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन श्रद्धालु सुबह से ही मंदिरों में दर्शन कर पूजन-अर्चन में जुटे हुए हैं। इस अवसर पर राजधानी भोपाल समेत सभी शहरों में शोभायात्राएं निकलेगी और राम मंदिरों में अनुष्ठान और विशेष पूजा भी होगी। राम मंदिरों को भी आकर्षक रोशनी से सजाया गया है। भोपाल के हमीदिया
यूं तो शहर में देवी मां के कई मंदिर स्थापित है। जो अपनी अलग-अलग विशेषताओं और मान्यताओं के लिए सुप्रसिद्ध हैं। जहां नवरात्रि के दिनों में भक्तों की भारी भीड़ भी देखी जाती है। फीलखाना स्थित वैभव लक्ष्मी मंदिर यहां पर विराजमान लक्ष्मी माता अपने दोनों हाथों से भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। मंदिर के संरक्षक आनन्द कपूर का ऐसा दावा है कि पूरे भारत मे ऐसी मूर्ति और क
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया काशी विश्वनाथ का अभिषेक काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के भी किए दर्शन
श्रद्धा और आस्था से परिपूर्ण वैष्णो देवी की यात्रा को जाने वाले हर श्रद्धालु की अभिलाषा होती है कि वह हर उस स्थान पर नमन करते हुए माता के दरबार तक पहुंचे, जहां पर कभी मां भगवती ने विश्राम किया था भूमिका मंदिर आधार शिविर कटड़ा
चैती छठ पर्व के दौरान उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालुओं की गंगा घाट पर भीड़
चैती छठ पर्व के दौरान पवित्र गंगा नदी में उगते सूर्य को अर्घ्य देते श्रद्धालु
देशभर में चैत्र नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। शहर में ऐसे तमाम देवी मंदिर हैं। जो अपनी प्राचीन मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है। इन्हीं में से एक हटिया इलाके में स्थापित करीब 110 साल प्राचीन बुद्धा देवी का मंदिर है, जिसकी खासियत यह है कि यहां पर देवी के समक्ष प्रसाद के रूप में हरी सब्जियां चढ़ाई जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि हरी सब्जियां चढ़ाने से भ
चैत्र नवरात्रि के शुभ अवसर पर मां वैष्णो देवी धाम पूरी तरह भक्तिमय हो गया है। भवन परिसर, यात्रा मार्ग और आधार शिविर कटड़ा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। भक्तजन मां के जयकारे लगाते हुए टोलियों में माता के दरबार की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नवरात्रि के चौथे दिन मां अम्बे की पूजा के महत्व पर चर्चा की है। इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च से हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, '' नवरात्रि में मां अम्बे की उपासना सभी भक्तों को भावविभोर कर देती है। देवी मां के स्वरूपों को समर्पित यह स्तुति अलौकिक अनुभूति देने वाली है। आप भी सुनिए…।''
यूं तो शहर में देवी मां के कई मंदिर स्थापित है। जहां रोजाना की अपेक्षा नवरात्रि के दिनों में श्रद्धालुओं की भीड़ कई गुना बढ़ जाती है। ऐसा ही फीलखाना स्थित मां तपेश्वरी देवी का मंदिर है। जहां एक साथ चार देवियां विराजमान हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन कर हाजरी लगाने से निसंतान महिलाओं की सूनी गोद भर जाती है। यही नही मंदिर प्रांगण में छोटे बच्चों का मुंडन संस्कार और भी कई तरह के मांगलिक कार्यक्रम भी किये जाते हैं। इस ऐतिहासिक मंदिर से जुड़े कई रहस्य भी हैं। जिसे लेकर पुजारी शिव मंगल ने बुधवार को अहम जानकारियां साझा की है।
हाईटेंशन दुर्गा मंदिर, चुटिया में 20 अप्रैल से 29 अप्रैल तक श्रीराम कथा का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के तहत श्री लक्ष्मी कुबेर यज्ञ और आयुर्वेद शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
कृष्णा नगर कॉलोनी स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर में श्रीरामनवमी और नवरात्र महोत्सव को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया है। मीडिया प्रभारी अरुण जासूजा ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि 28 मार्च को सुबह 7 बजे शिव दुर्गा मंदिर से 108 महिलाएं कलश यात्रा निकालेंगी। यह यात्रा हरिओम मंदिर, काली मंदिर, भक्ति चौक और झंडा चौक से होते हुए श्री राधाकृष्ण मंदिर पहुंचेगी।
खूंटी के बड़ाईक टोली में नव निर्मित श्री श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह मंगलवार 25 मार्च को आयोजित किया जाएगा। राम सेना, श्री श्री हनुमान मंदिर समिति की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि 25 मार्च को सुबह सात बजे से कलश यात्रा निकाली जाएगी, जो खूंटी महादेव मंडा से शुरू होकर नगर भ्रमण करते हुए कर्रा रोड बड़ाईक टोली तक
फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी तिथि, रविवार को काशी के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता विशालाक्षी देवी को आधा किलो वजनी रजत मुकुट धारण कराया गया। यह पवित्र भेंट हैदराबाद के श्रद्धालु ब्रम्हाइया कुराबाला कोटा और जय ने पूरे श्रद्धा से अर्पित
काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के गौने (रंगभरी एकादशी) के पहले शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा स्थित लड्डू गोपाल को होली का उपहार भेजा है। उपहार की समस्त सामग्री पहले बाबा विश्वेश्वर(काशी विश्वनाथ )
16वें केंद्रीय वित्त आयोग के सदस्य मनोज पांडा, सौम्या कांति घोष के साथ आयोग के सचिव ऋत्विक पांडे एवं संयुक्त सचिव के.के. मिश्रा शनिवार प्रातः महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचे और भस्मारती मे सम्मिलित हुए।
महाशिवरात्रि के स्नान के साथ महाकुम्भ का समापन हो जाएगा। महाकुम्भ में विशेष पर्वों पर स्नान का बहुत महत्व होता है। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुम्भ में मेले में तीन अमृत और तीन विशेष पर्व स्नान का योग है। बता दें, महाकुम्भ में पांच स्नान हो चुके हैं, महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान संपन्न होगा।