भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी 27 अगस्त (बुधवार) को गणेश चतुर्थी महोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन अनेक शुभ योग बनने से गणेश उत्सव का महत्व और अधिक बढ़ गया है।
झांसी : बाबा नगर सेन मंदिर की 92 डेसिमिल जमीन के लिए विहिप ने कसी कमर मंदिर से गायब हुई मूर्तियां, अभिलेखों में करीब एक एकड़ जमीन के बावजूद मंदिर की छत भी छिनी
कोकर इंडस्ट्रियल एरिया गेट नंबर-2 में इस वर्ष भव्य गणेश पूजा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पूजा समिति के मीडिया प्रभारी रोहित सिंह ने रविवार को बताया कि कार्यक्रम 27 अगस्त से 30 अगस्त तक चलेगा। 27 अगस्त को विधिवत पूजा-अर्चना के साथ गणपति की स्थापना होगी।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में पर्यावरण संरक्षण के लिये कलेक्टर रुचिका चौहान द्वारा जिले की महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से मिट्टी एवं गाय के गोबर से निर्मित श्रीगणेश प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है।
शनेश्चरी अमावस्या पर शनिवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में भीड़ उमड़ी। हजारों श्रद्धालु शिप्रा में डुबकी लगाने पहुंचे। घाट पर लगे फव्वारों में स्नान किया। इसके बाद शनि मंदिर पहुंचकर दर्शन-पूजन व दान-पुण्य किया। अमावस्या पर देर रात
मध्य प्रदेश के मुरैना का शनि पर्वत इन दिनों श्रद्धा और आस्था का केंद्र बना हुआ है। अतिप्राचीन समय से विश्व में एकमात्र मूर्ति स्वरूप में विराजमान शनि देव का मंदिर यहीं स्थित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार शनि उपासना के लिए यह स्थान अत्यंत फलदायी है
देश के अन्य राज्यों की तरह झारखंड की राजधानी रांची में भी गणेश चतुर्थी का पावन पर्व 27 अगस्त से मनाया जाएगा। इसे लेकर एक से बढ़कर एक पंडालों का निर्माण किया जा रहा है। गणेशोत्सव के दौरान पूरा शहर भगवान गणेश की भक्ति में लीन रहेगा।
हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 26 अगस्त को मनाया जाएगा। सुहागिन महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं. मान्यता है कि यह व्रत पति की लंबी आयु, दांपत्य सुख और अखंड सौभाग्य का वरदान प्रदान करता है।
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी के क्रम में सोमवार को छठवीं और राजसी (शाही) सवारी धूमधाम से निकाली गई। सवारी के दौरान सम्पूर्ण उज्जयिनी भगवान श्री महाकालेश्वर की जय-जयकार से गुंजायमान हो गई।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज कन्हर नदी के तट पर स्थित प्राचीन श्री राम मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बीते देर रात धूमधाम से मनाया गया। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी जो देखने लायक थी। परिसर में कदम रखने तक की जगह नहीं बची। नवयुवक दुर्गा पूजा संघ ने कार्यक्रम की व्यवस्था संभाली थी।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भक्तों की आस्था के केंद्र श्री सांवलियाजी मंदिर में भक्ति और श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। जन्मोत्सव झांकी के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचे। रात 12 बजने के साथ ही मंदिर में शंख बजे और बाद में भगवान के दर्शन शुरू हुवे।
मप्र में उत्साह के साथ मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, 12 बजते ही गूंजा जय कन्हैया लाल की मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु; मुख्यमंत्री ने उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में की पूजा
राजधानी जयपुर में शनिवार तड़के से ही श्री कृष्ण मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। नंद के लाल का अभिषेक कर नई पोशाक धारण कराई जा रही है तो कहीं बधाई गान हो रहे है।
भगवान कृष्ण की प्रेम दीवानी मीरा का भक्ति और साधना का उत्कर्ष काल चित्तौड़गढ़ में रहा है। चित्तौड़ केवल अपने दुर्ग के वैभव या सतियों के जौहर से ही नहीं अपितु भक्तिमति मीरा से भी जाना जाता है। चित्तौड़ दुर्ग में स्थित उसी मीरा मंदिर से उनकी भक्ति की गंगा निकली
देशभर में शनिवार को पूरे उत्साह और उमंग से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है।कन्हैया के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मथुरा सहित देशभर के तमाम मंदिरों में आकर्षक सज्जा और विशेष धार्मिक कार्यक्रम आयोजन किए जा रहे हैं।
देश भर में 16 अगस्त, शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भक्ति, संस्कृति और भव्यता के अद्भुत संगम के साथ मनाया जा रहा है। मथुरा से लेकर द्वारका और वृंदावन से लेकर बरसाना तक मंदिरों में तैयारियां जोरों पर हैं,
राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में 16 अगस्त को धूमधाम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। जन्माष्टमी को लेकर शहर के मंदिरों सहित अन्य स्थानों पर मटका फोड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारी जोर-जोर से की जा रही है।
राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में 16 अगस्त को धूमधाम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। जन्माष्टमी को लेकर शहर के मंदिरों सहित अन्य स्थानों पर मटका फोड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारी जोर-जोर से की जा रही है।
उज्जैन में धूमधाम से निकली भगवान महाकाल की श्रावण-भाद्रपद मास की पांचवीं सवारी - बाबा महाकाल ने पांच स्वरूपों में भक्तों को दिए दर्शन, भोले-शंभू के जयकारों से गुंजी सम्पूर्ण अवंतिका नगरी
उत्तर भारत का प्रसिद्ध गोगामेड़ी मेला शनिवार से धूमधाम के साथ शुरू हो गया है। एक माह तक चलने वाले इस ऐतिहासिक मेले का समापन आठ सितंबर को होगा। उत्तर भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में शामिल इस मेले में इस बार 30 से 35 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है।
देश में सबसे पहले महाकालेश्वर मंदिर में मना रक्षाबंधन, बाबा महाकाल को अर्पित की गई पहली राखी - सवा लाख लड्डुओं का लगा महाभोग
धार्मिक संस्था श्री राणी सती मंडल अपना 44वां वार्षिकोत्सव 17 अगस्त को मारवाड़ी भवन हरमू रोड में धूम-धाम से मनाएगा।
सावन मास की अंतिम सोमवारी पर जिले के सभी शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। विशेषकर आजमनगर प्रखंड स्थित बाबा गोरखनाथ धाम मंदिर में देश-विदेश से भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई असुविधा न हो,
रियासी में सावन के आखिरी सोमवार को आप शंभू महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं का विशाल सैलाब उमड़ा। भक्ति और श्रद्धा के इस पर्व पर मंदिर परिसर ‘बोल बम’ के जयघोष से गूंज उठा।
सावन मास के चौथे व आखिरी सोमवार के एक दिन पूर्व ही रविवार को उत्तर प्रदेश की काशी नगरी (वाराणसी) केशरियामय हो गई है। बाढ़ और बारिश के बीच लाखों शिवभक्त और कांवड़िए काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दर पर जलाभिषेक के लिए अलसुबह से ही आ रहे हैं।
सावन माह में देवघर के विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब लगातार उमड़ रहा है। गुरुवार तड़के 04:15 बजे से मंदिर का पट खुलते ही जलार्पण शुरू हो गया। श्रद्धालुओं को बीएड कॉलेज से तिवारी चौक, शिवराम झा चौक, नेहरू पार्क, क्यू कॉम्प्लेक्स होते हुए जिला प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा के बीच जलार्पण कराया जा रहा है।
सावन माह में देवघर के विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम में लगातार श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है। मंगलवार को नागपंचमी पर तड़के 04:06 बजे से मंदिर का पट खुलते ही जलार्पण शुरू हो गया। बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में शिवभक्तों की गूंज से पूरा रूट लाइन गुंजायमान रहा।
सावन माह में देवघर के विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम में लगातार श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है। तीसरे सोमवार को सुबह 04:09 से मंदिर का पट खुलते ही जलार्पण शुरू हो गया। बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में शिवभक्तों की गूंज से पूरा रूट लाइन गुंजायमान रहा।
श्री श्याम मन्दिर में रविवार को सावन मास पर मन्दिर में विराजमान शिवलिंग का महारुद्राभिषेक किया गया। इस अवसर पर भोले बाबा के सभागृह और पूरे शिव परिवार का भव्य श्रृंगार किया गया।
सावन माह के शुरू होते ही देवघर के विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। रविवार को सुबह दसवें दिन सुबह 04:17 से मंदिर का पट खुलते ही जलार्पण शुरू हो गया है। बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में शिवभक्तों की
श्री अमरनाथ यात्रा के लिए 6,365 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था बम बम भोले का जयघोष करते हुए आज जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए रवाना हुआ।
पिछले आठ दिनों में अब तक 1.45 लाख से ज़्यादा श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। शुक्रवार को 6,482 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
श्रावण मास का आज शुक्रवार को प्रारंभ हो गया है । बाबा महाकाल के दर्शन का सिलसिला भस्मारती के बाद से प्रारम्भ हो गया। इसी के साथ कांवड़ यात्रियों की बोल बम की गूंज भी यहां चारो ओर सुनाई दे रही है। इधर महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचे।
लगातार बारिश के बीच, 7,200 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था रविवार को तड़के दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ मंदिर के लिए यहां आधार शिविर से रवाना हुआ। 3 जुलाई को शुरू हुई 38 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा ने रविवार को 50,000 का आंकड़ा पार कर लिया।
भगवान भोलेनाथ के प्रिय माह सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है। 10 जुलाई आषाढ़ पूर्णिमा और 11 जुलाई से श्रावण कृष्ण प्रतिपदा माह में गुरु आदित्य योग के शुभ संयोग में शिव आराधना की शुरुआत होगी। इस बार सावन में चार सोमवार का संयोग बन रहा है।
पवित्र अमरनाथ यात्रा के जम्मू आधार शिविर यात्री निवास (बेस कैंप) में आज आगामी तीर्थयात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए ट्रायल रन किया गया। इस दौराान बसों को अभूतपूर्व सुरक्षा के साथ रवाना किया गया। यह जानकारी जम्मू के डिप्टी कमिश्नर अचिन कुमार वैश्य ने दी।
सुबह से ही मेला में भगवान के अष्टकोणीय रथ का स्पर्श कर श्रद्धालु विग्रह पर तुलसी की माला, प्रसाद व फल अर्पित कर रहे —भोर में कार से प्रभु जगन्नाथ, सुभद्राजी एवं बलभद्र जी अस्सी जगन्नाथ मंदिर आएंगे
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण पर्वतीय जनपदों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी-नाले उफान पर हैं। भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंकाओं को देखते हुए चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटे के लिए स्थगित किया गया है। यात्रियों और लोगों की सुरक्षा को लेकर संबंधित जिलों
भोपाल के पटेल नगर स्थित इस्कॉन मंदिर द्वारा आज (शनिवार को) भगवान श्रीजगन्नाथ, बलराम और देवी सुभद्रा की भव्य रथयात्रा निकाली जाएगी। यह इस्कॉन भोपाल की तेरहवीं वार्षिक रथयात्रा होगी। यात्रा शाम 4 बजे भोपाल टॉकीज से शुरू होकर हमीदिया रोड
जग के नाथ भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा आगामी 29 जून को निकाली जाना है। इसमें अब सिर्फ दो दिन का समय शेष रह गया है। इसके मद्देनजर पिछले कई दिनों से चल रही तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुँच गईं है। रथ यात्रा इस्कॉन के तत्वावधान में काफी भव्य स्तर पर निकाली जाएगी।