देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र एवं नोएडा से विधायक पंकज सिंह रविवार दोपहर विन्ध्याचल पहुंचे। उन्होंने गणेश द्वार से गर्भगृह में प्रवेश कर विधि-विधान से मां विन्ध्यवासिनी का दर्शन-पूजन किया। दर्शन के उपरांत पंकज सिंह ने मंदिर परिसर में स्थित सभी देवी-देवताओं का दर्शन किया और पूरे श्रद्धा भाव से परिक्रमा भी की।
प्रणामी ट्रस्ट की ओर से संचालित पुंदाग स्थित सुप्रसिद्ध राधा- कृष्ण मंदिर में गर्मी को देखते हुए मंदिर की समय सारणी परिवर्तन किया गया है। प्रबंधन कमेटी ने बुधवार को बताया कि सोमवार से शनिवार तक मंदिर का पट खुलने का समय प्रतिदिन प्रातः 5.30 बजे होगा।
श्री श्याम मित्र मंडल के सौजन्य से 17 मई को हरमू रोड के श्री श्याम मंदिर में 155वां श्री श्याम भंडारा का आयोजन किया जाएगा। प्रातः मंगल आरती के बाद बाबा को भोग लगाया जाएगा। साथ ही विशेष श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर में विराजमान सभी देवी-देवताओं का पूजन कर शाम में भंडारा का भोग लगाया जाएगा।
प्रणामी ट्रस्ट की ओर से संचालित पुंदाग स्थित श्री राधा- कृष्ण मंदिर में बुद्ध पूर्णिमा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्री राधा कृष्ण का अलौकिक श्रृंगार, विशेष पूजा अर्चना, प्रसाद भोग, भजन कीर्तन एवं सामूहिक महाआरती का आयोजन किया गया। श्री श्याम जी को फल,मेवा,चूरमा,पेड़ा का विधिवत भोग पुजारी अरविंद पांडे ने लगाया और विधि विधान से पूजा-अर्चना और महाआरती की गई।
वैशाख शुक्लपक्ष की पूर्णिमा पर सोमवार को विश्वप्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पूर्णिमा को लेकर मंदिर का पट सुबह तीन बजे कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर प्रबंधन का द्वार खोला गया। चार बजे सुबह सरकारी पूजा संपन्न हुई। उसके बाद बाबा मंदिर का द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया| मंदिर का द्वार खुलने के साथ ही पूजा अर्चना को लेकर अहले सुबह लगभग दो बजे से कतार में खड़े श्रद्धालुओं ने गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण किया।
खाटूधाम स्थित श्याम मंदिर के पट एक मई को शाम पांच बजे तक बंद रहेंगे। एक मई को बाबा श्याम का भव्य तिलक श्रृंगार किया जाएगा, जिसके चलते पूरे दिन मंदिर में विशेष सेवा-पूजा का आयोजन रहेगा। श्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने बताया कि 30 अप्रैल को रात 10 बजे
श्रीराम जन्म भूमि मंदिर के शिखर पर ध्वज दंड स्थापित किया गया। वैशाख शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि मंगलवार को सुबह आठ बजे श्री राम जन्मभूमि मन्दिर के मुख्य शिखर पर विधि विधान पूर्वक ध्वज दंड स्थापित किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय के अनुसार ध्वज दंड 42 फुट लंबा है।
मध्य प्रदेश में रविवार को राम नवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन श्रद्धालु सुबह से ही मंदिरों में दर्शन कर पूजन-अर्चन में जुटे हुए हैं। इस अवसर पर राजधानी भोपाल समेत सभी शहरों में शोभायात्राएं निकलेगी और राम मंदिरों में अनुष्ठान और विशेष पूजा भी होगी। राम मंदिरों को भी आकर्षक रोशनी से सजाया गया है। भोपाल के हमीदिया
यूं तो शहर में देवी मां के कई मंदिर स्थापित है। जो अपनी अलग-अलग विशेषताओं और मान्यताओं के लिए सुप्रसिद्ध हैं। जहां नवरात्रि के दिनों में भक्तों की भारी भीड़ भी देखी जाती है। फीलखाना स्थित वैभव लक्ष्मी मंदिर यहां पर विराजमान लक्ष्मी माता अपने दोनों हाथों से भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। मंदिर के संरक्षक आनन्द कपूर का ऐसा दावा है कि पूरे भारत मे ऐसी मूर्ति और क
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया काशी विश्वनाथ का अभिषेक काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के भी किए दर्शन
श्रद्धा और आस्था से परिपूर्ण वैष्णो देवी की यात्रा को जाने वाले हर श्रद्धालु की अभिलाषा होती है कि वह हर उस स्थान पर नमन करते हुए माता के दरबार तक पहुंचे, जहां पर कभी मां भगवती ने विश्राम किया था भूमिका मंदिर आधार शिविर कटड़ा
चैती छठ पर्व के दौरान उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालुओं की गंगा घाट पर भीड़
चैती छठ पर्व के दौरान पवित्र गंगा नदी में उगते सूर्य को अर्घ्य देते श्रद्धालु
देशभर में चैत्र नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। शहर में ऐसे तमाम देवी मंदिर हैं। जो अपनी प्राचीन मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है। इन्हीं में से एक हटिया इलाके में स्थापित करीब 110 साल प्राचीन बुद्धा देवी का मंदिर है, जिसकी खासियत यह है कि यहां पर देवी के समक्ष प्रसाद के रूप में हरी सब्जियां चढ़ाई जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि हरी सब्जियां चढ़ाने से भ
चैत्र नवरात्रि के शुभ अवसर पर मां वैष्णो देवी धाम पूरी तरह भक्तिमय हो गया है। भवन परिसर, यात्रा मार्ग और आधार शिविर कटड़ा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। भक्तजन मां के जयकारे लगाते हुए टोलियों में माता के दरबार की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नवरात्रि के चौथे दिन मां अम्बे की पूजा के महत्व पर चर्चा की है। इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च से हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, '' नवरात्रि में मां अम्बे की उपासना सभी भक्तों को भावविभोर कर देती है। देवी मां के स्वरूपों को समर्पित यह स्तुति अलौकिक अनुभूति देने वाली है। आप भी सुनिए…।''
यूं तो शहर में देवी मां के कई मंदिर स्थापित है। जहां रोजाना की अपेक्षा नवरात्रि के दिनों में श्रद्धालुओं की भीड़ कई गुना बढ़ जाती है। ऐसा ही फीलखाना स्थित मां तपेश्वरी देवी का मंदिर है। जहां एक साथ चार देवियां विराजमान हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन कर हाजरी लगाने से निसंतान महिलाओं की सूनी गोद भर जाती है। यही नही मंदिर प्रांगण में छोटे बच्चों का मुंडन संस्कार और भी कई तरह के मांगलिक कार्यक्रम भी किये जाते हैं। इस ऐतिहासिक मंदिर से जुड़े कई रहस्य भी हैं। जिसे लेकर पुजारी शिव मंगल ने बुधवार को अहम जानकारियां साझा की है।
हाईटेंशन दुर्गा मंदिर, चुटिया में 20 अप्रैल से 29 अप्रैल तक श्रीराम कथा का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के तहत श्री लक्ष्मी कुबेर यज्ञ और आयुर्वेद शिविर भी आयोजित किए जाएंगे।
कृष्णा नगर कॉलोनी स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर में श्रीरामनवमी और नवरात्र महोत्सव को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया है। मीडिया प्रभारी अरुण जासूजा ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि 28 मार्च को सुबह 7 बजे शिव दुर्गा मंदिर से 108 महिलाएं कलश यात्रा निकालेंगी। यह यात्रा हरिओम मंदिर, काली मंदिर, भक्ति चौक और झंडा चौक से होते हुए श्री राधाकृष्ण मंदिर पहुंचेगी।
खूंटी के बड़ाईक टोली में नव निर्मित श्री श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह मंगलवार 25 मार्च को आयोजित किया जाएगा। राम सेना, श्री श्री हनुमान मंदिर समिति की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि 25 मार्च को सुबह सात बजे से कलश यात्रा निकाली जाएगी, जो खूंटी महादेव मंडा से शुरू होकर नगर भ्रमण करते हुए कर्रा रोड बड़ाईक टोली तक
फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी तिथि, रविवार को काशी के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता विशालाक्षी देवी को आधा किलो वजनी रजत मुकुट धारण कराया गया। यह पवित्र भेंट हैदराबाद के श्रद्धालु ब्रम्हाइया कुराबाला कोटा और जय ने पूरे श्रद्धा से अर्पित
काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के गौने (रंगभरी एकादशी) के पहले शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा स्थित लड्डू गोपाल को होली का उपहार भेजा है। उपहार की समस्त सामग्री पहले बाबा विश्वेश्वर(काशी विश्वनाथ )
16वें केंद्रीय वित्त आयोग के सदस्य मनोज पांडा, सौम्या कांति घोष के साथ आयोग के सचिव ऋत्विक पांडे एवं संयुक्त सचिव के.के. मिश्रा शनिवार प्रातः महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचे और भस्मारती मे सम्मिलित हुए।
महाशिवरात्रि के स्नान के साथ महाकुम्भ का समापन हो जाएगा। महाकुम्भ में विशेष पर्वों पर स्नान का बहुत महत्व होता है। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुम्भ में मेले में तीन अमृत और तीन विशेष पर्व स्नान का योग है। बता दें, महाकुम्भ में पांच स्नान हो चुके हैं, महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान संपन्न होगा।
फाल्गुन मास की कृष्णपक्ष की चतुर्दशी महाशिवरात्रि पर्व (26 फरवरी) पर शिव-पार्वती विवाह के पूर्व काशी नगरी अपने आराध्य के भक्ति में डूब वैवाहिक परम्पराओं को निभाने में जुट गई है। सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत स्मृतिशेष डॉ कुलपति तिवारी के टेढ़ीनीम स्थित आवास पर महादेव के विवाह का लोकाचार शुरू हो गया। पूर्व महंत के पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी की देखरेख में बाबा विश्वनाथ की चल रजत प्रतिमा का ब्रह्म मुहूर्त में 11 वैदिक ब्राह्मणों ने विशेष पूजन किया। दोपहर में भोग आरती के बाद बाबा की चल प्रतिमा का खास राजसी श्रृंगार किया जायगा।
प्रयागराज महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है। रविवार की अल सुबह से 08 बजे तक 31.70 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके है। त्रिवेणी के सभी घाटों पर स्नान जारी है।
जगद्गुरू शंकराचार्य विजयेन्द्र सरस्वती अपने शिष्यों के साथ आज संगम में लगायेंगे डुबकी - शंकराचार्य के प्राकट्य महोत्सव में शामिल होंगे मुख्यमंत्री योगी
जूना अखाड़ा के नागा संन्यासियों को बड़ी संख्या में महिला और पुरुष नागा साधुओं को दी गई संन्यास दीक्षा जूना अखाड़ा के नागा संन्यासियों को बड़ी संख्या में महिला और पुरुष नागा साधुओं को दी गई संन्यास दीक्षा
महाकुम्भ से संतों ने जापान की केको आइकेवा को दी विदाई श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज व श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने महामंडलेश्वर योगमाता केला गिरी
महाकुम्भ का दूसरा अमृत स्नान आज है। मौनी अमावस्या के दिन किया जाने वाला यह स्नान धार्मिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा जाता है, ऐसे में महाकुम्भ के दूसरे अमृत स्नान के दिन डुबकी लगाने से भक्तों को कई शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। स्नान के बाद दान-पुण्य
महाकुम्भ में पहली बार होगा बौद्ध सम्मेलन, देश-विदेश के बौद्ध भंते व लामा होंगे शामिल सभी बौद्ध परम्पराओं के भंते व लामा होंगे शामिल
महाकुम्भ में विश्व कल्याण के लिए होगा 1251 कुंडीय महायज्ञ : श्रीजीयर स्वामी महाकुम्भ क्षेत्र का सबसे बड़ा है यज्ञ मंडप, 1251 यजमान करेंगे हवनमहाकुम्भ क्षेत्र में 06 फरवरी से शुरू होगा श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ
प्रयागराज महाकुम्भ में पतित पावनी मां गंगा एवं यमुना के पावन संगम में गुरूवार सुबह आठ बजे तक कल्पवासी सहित कुल 16.98 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यावस्था को लेकर पुखता इंतजाम किया गया है।
प्रयागराज महाकुम्भ में 30 वर्षीय मॉडल और एंकर हर्षा रिछारिया के भगवा ड्रेस पहनकर शाही रथ पर बैठने और निरंजनी अखाड़े के संतों के साथ अमृत स्नान करने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। महाकुम्भ के दौरान भगवा वस्त्र पहने हर्षा रिछारिया की
महाकुम्भ क्षेत्र में 40 हजार लोटे से हो रहा जलाभिषेक -12 लाख कलश अभिषेक से मनाई जा रही श्री रामानुजाचार्य की सहस्त्राब्दी जयंती
जीवन में औषधि के समान यज्ञ है। इससे पर्यावरण शुद्ध होता है। जिससे आत्मा पवित्र होती है। परिवार में शांति एवं समृद्धि के लिए हर घर में यज्ञ का आयोजन होना चाहिए। महाकुंभनगर के शांभवी पीठ स्थित शिविर में शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में रविवार को प्रात: 08 बजे तक 17 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने स्नान कर लिया है। अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी के अनुसार रविवार को
महाकुंभ के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम तट पर आस्था और दिव्यता का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। एक ओर अखाड़े के साधु-संत अपने विशिष्ट अंदाज में स्नान कर रहे हैं तो दूसरी ओर हजारों श्रद्धालु गंगा, यमुना और
पौष मास के पूर्णिमा तिथि पर सोमवार के सुखद संयोग में सनातनी श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद श्री काशी विश्वनाथ दरबार में दर्शन पूजन के लिए उमड़ पड़े है। दरबार में दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालु मंगला आरती के पहले ही कतारबद्ध होने लगे।
पौष पूर्णिमा पर वाराणसी में श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में लगाई आस्था की डुबकी —श्री काशी विश्वनाथ मंदिर सहित प्रमुख शिवमंदिरों में दर्शन पूजन के लिए उमड़ी भीड़