इंदाैर : लव जिहाद की फंडिंग मामले में फरार कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी की तलाश तेज
इंदाैर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में हिंदू युवतियों से दुष्कर्म और लव जिहाद का शिकार बनाने के साथ उनसे देह व्यापार में धकेलने का मास्टरमाइंड कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।
उल्लेखनीय है कि अनवर कादरी ने आरोपित अल्ताफ और साहिल को हिंदू युवतियों से शादी करने, धर्म परिवर्तन करने और उन्हें देह व्यापार में धकेलने के लिए फंडिंग की थी। इसलिए उसे पुलिस ने उक्त साजिश में आरोपित बनाया है। अनवर 2011 में एक साल की सजा भी काट चुका है।
अनवर कादरी पर 1996 में उज्जैन के महाकाल थाने में डकैती का केस दर्ज किया गया था। इसके बाद उसे अनवर डकैत के नाम से पहचाना जाने लगा। 2011 में कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी, उसके भाई और एक अन्य आरोपी को जानलेवा हमले के मामले में अदालत ने एक-एक साल के कारावास की सजा सुनाई थी। पुलिस ने कादरी समेत उसके अन्य आरोपित साथियों के पास से पिस्तौल, कट्टा, तलवार और चाकू बरामद किए गए थे। वह कई लोगों को मारपीट, घर में घुसकर धमकाने जैसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
अनवर कांग्रेस से तीन बार पार्षद रह चुका है। वह इंदौर शहर कांग्रेस का महामंत्री भी नियक्त किया जा चुका है। 28 अप्रैल 2025 को अनवर ने इंदौर के वार्ड 58 स्थित बड़वाली चौकी पर पहलगाम हमले के विरोध में पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला दहन करने के दौरान जैसे ही कादरी ने 'पाकिस्तान' शब्द बोला, वहां मौजूद उसके समर्थकों ने 'जिंदाबाद' के नारे लगा दिए थे।
इस पर 2022 के नगर निगम चुनाव के दौरान मतदाताओं को धमकाने और फर्जी वोट डलवाने की कोशिश करने का भी आरोप लग चुका है। इस मामले में सहायक रिटर्निंग अधिकारी अंशुल खरे ने सराफा थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने अनवर कादरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।फिलहाल नया केस उस पर 16 जून को बाणगंगा थाना पुलिस ने लव-जिहाद और हिंदू युवतियों को देह व्यापार में धकेलने की साजिश रचने का दर्ज किया है।