सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को आरामबाग में बसों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। बस मालिकों के संगठन ने सोमवार सुबह सात बजे से अनिश्चितकालीन बस हड़ताल का आह्वान किया है। इससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। उन्हें काम पर जाने के लिए अतिरिक्त पैसा खर्च करना पड़ रहा है।

बसों के रूट पर टोटो-ऑटो के चलने से हो रहे नुकसान समेत कई मांगों को लेकर बस मालिकों ने हड़ताल की है। बस मालिक संगठन की ओर से बताया गया कि जब तक बस रूट पर टोटो-ऑटो की अवैध आवाजाही बंद नहीं हो जाती, हड़ताल जारी रहेगी। इस बीच हड़ताल के कारण जन-जीवन प्रभावित हुआ है।

जहां हर दिन दक्षिण बंगाल के बांकुड़ा, पुरुलिया, बर्दवान, पूर्व मेदिनीपुर और पश्चिम मेदिनीपुर से कोलकाता लोकल और एक्सप्रेस बसों समेत करीब 500 बसें आरामबाग बस अड्डे पर जुटती थीं। सोमवार की सुबह वे सभी 'गायब' थीं। नतीजतन, दफ्तर जाने का एकमात्र रास्ता टूटे-फूटे रूट पर टोटो-ऑटो ही रह गया।

हड़ताल के बारे में आरामबाग बस-मिनी बस वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष बैद्यनाथ नंदी ने कहा, "हमने एक महीने पहले प्रशासन को इस हड़ताल के बारे में सूचित किया था। जिले में एक बैठक हुई थी। हमने जिला मजिस्ट्रेट को एक पत्र भी सौंपा था। हम जनता से माफी मांगते हैं। लेकिन हमारी पीठ दीवार से सट चुकी है। हुगली में जहां 1,700 बसें थीं, आज यह घटकर 500 रह गई हैं।"