चंडीगढ़,। हरियाणा पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने गोलीबारी की घटनाओं में लिप्त अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई के लिए ‘ऑपरेशन ट्रैकडाउन’ शुरू करने का ऐलान किया है। प्रदेश के सभी पुलिस अधिकारियों को भगोड़े अपराधियों को सलाखों के पीछे ठूंसने के निर्देश जारी किए हैं। यह ऑपरेशन प्रदेश में पांच नवंबर से 20 नवंबर तक चलाया जाएगा।

ऑपरेशन ट्रैक डाउन के लिए हरियाणा पुलिस पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर एवं केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली एवं चंडीगढ़ का भी सहयोग लेगी। बुधवार को पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने इस संबंध में जारी निर्देशों के बारे में सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी दी। पुलिस का यह अभियान गंभीर अपराधों में लिप्त भगोड़े अपराधियों के विरुद्ध चलेगा। डीजीपी कहा कि गोलीबारी की घटनाओं को शामिल जिन अपराधियों की पहचान नहीं हुई है, उनकी पहचान करें। जिनकी पहचान हो गई है लेकिन फरार चल रहे हैं उन्हें पाताल से भी ढूँढ निकालें।

जो जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं, उनकी हिस्ट्री शीट खोलें। इस ऑपरेशन के दौरान यह पता लगाएं कि अगर वो अपराध में सक्रिय हैं तो उनकी जमानत रद्द करायें। अगर वे सुनियोजित तरीके से अपराध में लिप्त हैं तो उनके खिलाफ़ संगठित अपराध की सख्त धाराएं लगाएं। उनके द्वारा अपराध से अर्जित संपत्ति को चिह्नित कर उसे जब्त करें। उन्हें प्रश्रय, संरक्षण एवं पोषित कर रहे लाेगाें के खिलाफ भी विधि अनुसार कठोर कार्रवाई करें।

डीजीपी ने कहा कि मैंने ये भी स्पष्ट किया है कि एसएचओ और डीएसपी अपने क्षेत्र में घटित हो रहे इस तरह के अपराध को रोकने के जिम्मेवार होंगे। वे अपने इलाके के टॉप पांच क्रिमिनल की लिस्ट बनायेंगे और उन्हें जेल में ठोकेंगे। इसी तरह हर जिला और जोन टॉप 10 क्रिमिनल की लिस्ट बनायेंगे और उन्हें जेल में ठोकेंगे। इसके लिए एसपी/डीसीपी/सीपी जिम्मेवार होंगे।

डीजीपी ने एसटीएफ को राज्य के टॉप 20 क्रिमिनल की लिस्ट बनाएगा और उनके धर-पकड़ के लिए व्यापक ऑपरेशन चलाएगा। ये सारे इन लिस्टेड क्रिमिनल्स को रोकने के लिए और उन्हें अपने अपराध के लिए कानून के प्रति उत्तरदायी ठहराने को जिम्मेदार होंगे। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि ऑपरेशन ट्रैकडाउन के समन्वय का काम आईजी क्राइम राकेश आर्य देखेंगे। अगर कोई सूचना देनी हो तो कोई भी इनसे मोबाइल नंबर +91 90342 90495 पर बात कर सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारी पहचान गोपनीय रखेंगे।