पूर्वी सिंहभूम, । ईद-उल-अजहा (बकरीद) के मौके पर जमशेदपुर में तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। रविवार को शहर के विभिन्न इलाकों में बकरा बाजार सज चुके हैं, जिनमें आम बागान, जुगसलाई, मानगो ओल्ड पुरुलिया रोड, धतकीडीह और रामदास भट्ठा खासतौर पर चर्चा में हैं। इस बार झारखंड, यूपी, बिहार और बंगाल से आए व्यापारियों ने अपनी खास नस्ल के बकरे लेकर बाजार में खूब रौनक बिखेरी है।

शहर का सबसे बड़ा बकरा बाजार आम बागान में लगा है, जहां 20 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक के बकरे बिक रहे हैं। यहां कुछ बेहद महंगे बकरे आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। एक व्यापारी सलमान हुसैन ने बताया कि उनके पास एक खास नस्ल का बकरा है, जिसकी कीमत एक लाख रखी गई है। उन्होंने कहा कि यह बकरा लंबा-चौड़ा, सफेद झब्बेदार और सेहतमंद है, जिसकी वजह से यह खास पसंद किया जा रहा है। एक अन्य व्यापारी ने बताया कि उनके पास 75 हजार रुपये का बकरा है, जो काले-भूरे रंग का, मजबूत और सुंदर सींग वाला है। इसके अलावा, कुछ व्यापारी अफगानी और कश्मीरी नस्ल के बकरे भी लाए हैं, जिनकी कीमत दो लाख तक बताई जा रही है।

बकरा विक्रेता खालिद (रामदास भट्ठा) ने बताया कि इस बार बकरों की कीमतें पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हैं। उन्होंने बताया कि मवेशियों की देखभाल, चारा और ट्रांसपोर्ट की लागत बढ़ने के चलते दाम में इजाफा हुआ है।

धार्मिक मान्यता के अनुसार, हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम जब अपने बेटे हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी देने जा रहे थे, तो अल्लाह ने उनकी जगह एक दुंबा भेज दिया। उसी की याद में हर साल 10 जिल हिज्जा को कुर्बानी की रस्म अदा की जाती है। बकरीद के दिन जमशेदपुर की मस्जिदों और ईदगाहों में विशेष नमाज अदा की जाएगी।

लोग नए कपड़े पहनकर त्योहार की खुशियां मनाएंगे और घर-घर पकवानों की खुशबू बिखरेगी।