जनसुनवाई में अन्नदाता किसानों की समस्याओं का हो रहा त्वरित निस्तारण
जयपुर,। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का मानना है कि दुग्ध उत्पादन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमारी सरकार पशुपालकों के हितों को सर्वाेपरि मानती है और उन्हें प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है। दुग्ध उत्पादन से जहां न केवल ग्रामीण अंचल में रोजगार सृजन होता है बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। मुख्यमंत्री स्वयं भी किसान रहे हैं, ऐसे में वे किसानों और पशुपालकों के सामने आ रही परेशानियों को भली-भांति समझते हैं। राज्य सरकार द्वारा पेश किए गए बजटों में किसान-पशुपालक के लिए ऐसे समस्त प्रावधान किए गए हैं जिससे किसान भाई समृद्ध तथा सशक्त बन सकें।
मुख्यमंत्री द्वारा की जा रही नियमित जनसुनवाई भी किसानों के लिए अपनी समस्या के समाधान का जरिया बन रही है। हजारों की संख्या में आमजन जनसुनवाई में अपनी फरियाद लेकर आते हैं तथा मुख्यमंत्री संवेदनशीलता से इनका त्वरित निस्तारण कर रहे हैं। जनसुनवाई में लोगों को स्वास्थ्य, पेंशन, शिक्षा, पेयजल, परिवहन सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण मिल रहा है। जनसुनवाई में मुख्यमंत्री का अधिकारियों को निर्देश है कि परिवादियों को जल्द से जल्द राहत दी जाए। साथ ही, प्रकरणों की नियमित मॉनिटरिंग करते हुए परिवादियों को इसके बारे में सूचित भी किया जाए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के सदस्यों को पिछले कुछ माह से मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत अनुदानित राशि का हस्तांतरण दुग्ध उत्पादकों के खाते में नहीं हो पा रहा था। इस पर संचालक मंडल के सदस्यों ने जनसुनवाई में मुख्यमंत्री के पास आकर अपनी पीड़ा बताई। मुख्यमंत्री ने इस पर त्वरित निर्णय लेते हुए अधिकारियों को प्रदेश के किसानों को बकाया अनुदान का भुगतान करने के निर्देश दिए। इस पर प्रदेश के सभी किसान पशुपालकों को मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत अनुदान राशि का हस्तांतरण सीधे उनके खाते में कर दिया गया है। लगभग 4.50 लाख किसान पशुपालक मुख्यमंत्री के इस निर्णय से लाभान्वित हुए। किसानों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि किसान हितैषी भजनलाल हमारी सभी समस्याओं के समाधान के लिए तत्परता के साथ निर्णय लेते हैं। निश्चित तौर पर यह सरकार किसानोन्मुखी है जो किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ करने एवं पशुपालन को विकसित करने के लिए निरंतर काम कर रही है।
अन्नदाता किसान को सशक्त बनाने के इन निर्णर्यों से ‘आत्मनिर्भर राजस्थान‘ की नींव को मजबूती मिलेगी। जनता की आकांक्षाओं को राज्य सरकार की प्रेरणा मानते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार किसान-पशुपालकों सहित हर वर्ग के उत्थान तथा प्रदेशवासियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है। इससे समृद्ध, सशक्त तथा खुशहाल राजस्थान के सपने को साकार किया जा सकेगा।