खड़गपुर,  आईआईटी खड़गपुर में एक प्रेरक लीडरशिप टॉक का आयोजन किया गया। इसमें जाने-माने शिक्षाविद, उद्यमी और लेखक विवेक वाधवा ने “साइंस फिक्शन से वास्तविकता तक: कैसे एक्सपोनेंशियल टेक्नोलॉजीज नई पीढ़ी के नवप्रवर्तकों को सशक्त बनाती हैं” विषय पर अपने विचार साझा किए।

बुधवार को आयोजित हुए कार्यक्रम में शिक्षाविद वाधवा ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स, जैव प्रौद्योगिकी और कंप्यूटिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीकों के तेजी से विकास और उनके समाज तथा उद्योगों पर प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि तकनीकी प्रगति अब गुणात्मक रूप से तेज़ हो रही है, जिससे कल की विज्ञान कथा आज की वास्तविकता बन रही है।

गुरुवार को संस्थान की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि शिक्षाविद विवेक वाधवा ने भारतीय नवप्रवर्तकों और संस्थानों की क्षमताओं पर जोर देते हुए कहा कि वे इस प्रगति की लहर पर सवारी कर सकते हैं और इसे आकार देकर नेतृत्व कर सकते हैं। उन्होंने जिम्मेदार, समान और मानवीय दृष्टिकोण के साथ नवाचार करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि भारत पारंपरिक मार्गों को छोड़कर नई तकनीकी राहों पर तेज़ी से बढ़ने की अनूठी स्थिति में है, जिससे वैश्विक चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है और नई पीढ़ी के नवप्रवर्तकों को सशक्त बनाया जा सकता है।

इस सत्र में संकाय सदस्य, छात्र और नवप्रवर्तक बड़ी संख्या में शामिल हुए और विश्व के सबसे प्रभावशाली तकनीकी विचारकों में से एक से प्रेरणा प्राप्त की।