भारत पर्व-2025 स्टैच्यू ऑफ यूनिटी : तेलंगाना की चेरियाल पेंटिंग ने मोहा आगंतुकों का मन
गांधीनगर,। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर एकता
नगर में भारत पर्व पर विभिन्न राज्यों की ओर से अपनी विशिष्ट विरासत का
प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। इनमें तेलंगाना की अनोखी चेरियाल पेंटिंग को
दर्शाने वाला स्टॉल अपने रंगों, कहानियों और इतिहास के लिए सबसे अलग नजर आ
रहा है। यह आगंतुकों का बरबस ही मन मोह रहा है।
दुनिया की सबसे
ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ परिसर में भारत सरकार और गुजरात सरकार
के संयुक्त तत्वावधान में ‘भारत पर्व-2025’ का भव्य आयोजन देश की
विविधतापूर्ण संस्कृति, कला और हस्तकला को प्रदर्शित करने वाला यह जीवंत
उत्सव अनेकता में एकता की झलक प्रस्तुत करता है। यह जानकारी राज्य सूचना
विभाग ने अपने बयान में दी।
24 वर्षीय कलाकार चेरियाल पेंटिंग सांस्कृतिक विरासत को कर रही उजागर
तेलंगाना
की 24 वर्षीय चेरियाल कलाकार सी.एच. वंशिथा और उनकी माता अपने राज्य की
संस्कृति की सदियों पुरानी कहानियों को चेरियाल पेंटिंग के माध्यम से
प्रस्तुत करने और इस कला को संरक्षित करने के मिशन पर हैं। वे एकता नगर में
भारत पर्व के माध्यम से इस मिशन को आगे बढ़ा रही हैं।
चेरियाल कला
तेलंगाना के चेरियाल गांव की एक पारंपरिक स्क्रॉल पेंटिंग शैली है। यह
दृश्य कला के माध्यम से कहानी कहने की एक कला है। इसमें चित्रों का उपयोग
पारंपरिक कहानी कहने के लिए किया जाता है। ये पेंटिंग हिंदू पौराणिक कथाओं,
लोककथाओं और ग्रामीण जीवन के दृश्यों को दर्शाती है। इस कला में जीवंत और
जटिल कथात्मक चित्रों को खादी के कपड़े पर उकेरा जाता है। इसमें इमली के
बीज के पेस्ट, चावल के स्टार्च और चाक पावडर के मिश्रण का उपयोग होता है,
जो पेंटिंग के लिए एक मजबूत आधार तैयार करता है।
तेलंगाना की चेरियाल स्क्रॉल पेंटिंग को मिला है जीआई टैग
भारत पर्व : परंपरा, संदेश और रचनात्मकता का अनोखा समन्वय
स्टैच्यू
ऑफ यूनिटी परिसर में आयोजित भारत पर्व-2025 देश भर के कलाकारों और
कारीगरों के लिए उनकी क्षेत्रीय परंपरा और धरोहर को प्रस्तुत करने का एक
सशक्त मंच है। इस मंच के माध्यम से तेलंगाना की 24 वर्षीय युवती ने अपनी
हस्तकला के जरिए भारत की ‘विविधता में एकता’ की भावना को प्रतिबिंबित किया
है। डिजिटल आर्ट और मॉडर्न स्टोरीटेलिंग (कहानी कहने की कला) के इस युग में
वंशिथा चेरियाल पेंटिंग जैसी कला की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं।














