विधायक मिश्रीलाल यादव ने भाजपा छोड़ी, कहा- जहां सम्मान मिलेगा, वहां जाऊंगा
पटना, बिहार में चुनावी सरगर्मी के बीच दल बदलने का सिलसिला भी जारी है। इसी कड़ी में शनिवार को दरभंगा के अलीनगर से विधायक मिश्रीलाल यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला भी बोला है।
मिश्रीलाल यादव ने कहा कि अब भाजपा में बने रहना संभव नहीं है, क्योंकि पार्टी में गरीबों और पिछड़ों का कोई सम्मान नहीं है। पार्टी ने दलितों-पिछड़ों के लिए कभी काम नहीं किया। उन्होंने कहा भाजपा गरीबों और पिछड़ों की विरोधी पार्टी है। "मैंने हमेशा गरीबों के मान-सम्मान की रक्षा की है। मैं समाजवादी और सेक्युलर विचारधारा का व्यक्ति हूं।"
मिश्रीलाल यादव ने कहा, "आज पिछड़े दलित के साथ मेरा अपमान हो रहा है। मेरे स्वाभिमान पर ठेस पहुंच रही है। मेरे जैसे विधायक को भाजपा में स्वाभिमान बचाना मुश्किल हो रहा है। मैं आज बिहार भाजपा से इस्तीफा दे रहा हूं"
मिश्रीलाल यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अलीनगर में पिछले 30 वर्षों से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का विधायक नहीं रहा, लेकिन 2020 में उन्होंने वहां भाजपा का परचम लहराया। इसके बावजूद पार्टी ने उनका अपमान किया है। भाजपा में उनके स्वाभिमान की कोई कद्र नहीं है। उन्हें लगातार प्रताड़ित किया गया। अब ऐसे दल में रहना उनके जैसे स्वाभिमानी व्यक्ति के लिए संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि वे एक संघर्षशील यादव परिवार से आते हैं। ग्राम पंचायत मुखिया चुनाव जीतकर राजनीति की शुरुआत की और दरभंगा से दो बार विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) रहने के बाद वर्तमान में अलीनगर से विधायक हैं। वे हमेशा गरीबों के मान-सम्मान की रक्षा करते रहे हैं और खुद को एक समाजवादी और सेक्युलर विचारधारा वाला व्यक्ति मानते हैं।
बहरहाल, मिश्रीलाल यादव ने अभी किसी पार्टी में जाने का तो ऐलान तो नहीं किया है, लेकिन यह जरूर कहा कि उन्हें जहां सम्मान मिलेगा, वह वहां जाएंगे। इस बीच उनके राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में जाने की चर्चा है।
उल्लेखनीय है कि साल 2020 में उन्होंने विधानसभा का चुनाव विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) की टिकट से जीता था। हालांकि, बाद में वे भाजपा में चले आये थे।