अलीनगर से बीजेपी की संभावित उम्मीदवार बनेंगी लोकगायिका मैथिली ठाकुर, मिथिला में उत्साह की लहर
दरभंगा, ।अलीनगर विधानसभा सीट से इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दांव राजनीति से अधिक सांस्कृतिक दिख रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, सुप्रसिद्ध लोकगायिका और मिथिला की पहचान मैथिली ठाकुर को अलीनगर विधानसभा से प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना लगभग तय मानी जा रही है। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन क्षेत्र में सियासी हलचल और चर्चाओं का दौर तेज़ हो गया है।
अलीनगर में एनडीए के भीतर लंबे समय से चली आ रही गुटबाजी और स्थानीय दावेदारों के बीच मतभेद के चलते पार्टी ने इस बार एक बाहरी लेकिन लोकप्रिय चेहरा मैदान ईमें उतारने की रणनीति बनाई है। मैथिली ठाकुर जैसे सांस्कृतिक प्रतीक के संभावित प्रवेश से जहां युवाओं और आम जनता में उत्साह की लहर है, वहीं कई स्थानीय दावेदारों और कार्यकर्ताओं में निराशा देखी जा रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मैथिली ठाकुर के मैदान में उतरने से अलीनगर विधानसभा क्षेत्र का समीकरण पूरी तरह बदल सकता है। राजद के संभावित उम्मीदवार बिनोद मिश्र के लिए यह मुकाबला अब और चुनौतीपूर्ण होता दिख रहा है। दिलचस्प बात यह है कि कुछ समय पहले मैथिली ठाकुर का नाम बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र से भी संभावित प्रत्याशी के रूप में सामने आया था, परंतु अब पार्टी का झुकाव अलीनगर की ओर साफ दिखाई दे रहा है।
सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्र में मैथिली ठाकुर का योगदान अत्यंत प्रेरक रहा है। वर्ष 2024 में उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड में “Cultural Ambassador of the Year” के सम्मान से नवाजा गया। इससे पहले वर्ष 2021 में भारत सरकार के संगीत नाटक अकादमी ने उन्हें ‘उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार’ से सम्मानित किया था। उसी वर्ष उन्हें ‘सुर ज्योत्सना नेशनल म्यूजिक अवॉर्ड’ भी प्राप्त हुआ।
बिहार सरकार ने उन्हें खादी, हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट की ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया, ताकि वे राज्य की पारंपरिक कला और संस्कृति को राष्ट्रीय मंच पर प्रोत्साहित कर सकें। इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने उन्हें बिहार का स्टेट आइकॉन घोषित किया, जिससे उन्होंने युवाओं में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भूमिका निभाई।
मैथिली ठाकुर की धार्मिक और सांस्कृतिक पहल भी उल्लेखनीय है। उन्होंने अपने भाइयों के साथ मिलकर ‘मानसपाठ’ श्रृंखला के माध्यम से रामचरितमानस का संगीतबद्ध पाठ प्रस्तुत किया, जो सोशल मीडिया पर अत्यधिक लोकप्रिय हुआ और करोड़ों दर्शकों तक पहुँचा।
अब सबकी निगाहें भाजपा की आधिकारिक घोषणा पर टिकी हैं। फिलहाल, अलीनगर की राजनीति में मैथिली ठाकुर का नाम सामने आने से न केवल विधानसभा क्षेत्र बल्कि पूरे मिथिला अंचल में राजनीतिक और सांस्कृतिक दोनों ही तापमान बढ़ गया है।