रायपुर। छत्तीसगढ़ में पड़ रही कड़ाके की ठंड से थोड़ी राहत के आसार हैं। अंबिकापुर और दुर्ग में कड़ाके ठंड पड़ रही है, सुबह शाम अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। बंगाल में बने सिस्टम के असर से अगले तीन दिन न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री तक बढ़ सकता है। अंबिकापुर और दुर्ग को छोड़कर कई जिलों में रात का पारा सामान्य के करीब पहुंच गया है।सर्वाधिक अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री दंतेवाडा में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 04.1 डिग्री अंबिकापुर में दर्ज किया गया।बस्तर ,रायपुर, बिलासपुर तथा सरगुजा संभाग के कुछ जिलों में मौसम विभाग ने हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है। वहीं लाेग ठंड से बचने दिनभर गर्म कपड़े पहनने के साथ अलाव का सहारा ले रहे हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक अभी दो दिनों तक न्यूनतम तापमान बढ़ेगा। उधर बस्तर, रायपुर और बिलासपुर संभाग के ओडिशा से लगे जिलों में बारिश के आसार हैं। अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है। विभाग के अनुसार दो मौसमी तंत्र के प्रभाव से प्रदेश हवा की दिशा में परिवर्तन हो सकती है।सरगुजा संभाग में शीतलहर का दायरा सिमटने लगा है। अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान दो से बढ़कर चार डिग्री तक पहुंच गया है. मौसम विशेषज्ञ एच पी चंद्रा का कहना है कि अभी भू- मध्य प्रशांत महासागर का जल सामान्य से ठंडा होने की वजह ला नीना का प्रभाव है। इसकी वजह से मध्य इलाकों में ठंड का प्रभाव ज्यादा महसूस हो रहा है। आज 19 दिसंबर से 20 दिसंबर को बस्तर संभाग और उससे लगे जिलों में, रायपुर संभाग के जिले, ओडिशा से लगे बिलासपुर संभाग के जिले (सारंगढ़, रायगढ़, सक्ती, जांजगीर, कोरबा और उससे लगे सरगुजा संभाग के जिलों में) हल्की से मध्यम बारिश होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई गई है ।इक्कीस दिसंबर को रायगढ़ और उससे लगे जिलों बहुत हल्की बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना सुस्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र तथा इससे सम्बद्ध ऊपरी चक्रवाती परिसंचरण, औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान इस सिस्टम के उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ने की संभावना है।एक पश्चिमी विक्षोभ निचले और मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।

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