रांची। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कांग्रेस पार्टी बड़ा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर को नीचा दिखाने में कांग्रेस पार्टी ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। यह कांग्रेस पार्टी का पुराना इतिहास है। पंडित नेहरू से लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक सभी ने एक ही परंपरा का निर्वहन किया है।

सेठ सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। सेठ ने कहा कि विगत दिनों संसद सत्र के दौरान संसद भवन के मकर द्वार पर जो दृश्य भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लोगों ने देखा वह लोकतंत्र को कलंकित और अपमानित करने वाला था। लोकतंत्र चलता है औरआगे बढ़ता है लोकलाज से लेकिन कांग्रेस ने सारे लोकलाज को ताक पर रख दिया है। अब कांग्रेस मसल पावर से देश को चलाना चाहती है। क्योंकि, कांग्रेस पार्टी को जनता लोकतांत्रिक तरीके से पराजित कर चुकी है। कांग्रेस पार्टी संसद में तीसरी बार सत्ता से बाहर हुई है। कांग्रेस सत्ता के बिना पानी की मछली की तरह छटपटा रही है।



केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस आज चोरी और सीनाजोरी की कहावत चरितार्थ कर रही है। सदन से सड़क तक विधि विरुद्ध आचरण करती है और हंगामा भी करती है। संसद परिसर में कांग्रेस पार्टी के सांसदों द्वारा भाजपा सांसद पर हमला होता है। महिला सांसद को अपमानित किया जाता है और कांग्रेस पार्टी के युवराज को घायलों के प्रति सहानुभूति के दो शब्द भी नहीं निकलते। अस्पताल में देखने जाने तक की फुर्सत नहीं। इससे स्पष्ट है कि यह सब घटनाक्रम कांग्रेस का सुनियोजित षडयंत्र है।

सेठ ने कहा कि राहुल गांधी संविधान को एक साधारण किताब समझते हैं और बार-बार उसे दिखाकर संविधान की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं जबकि भाजपा संविधान को एक पवित्र ग्रंथ मानती है और उसके सामने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी माथा टेकते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान के रचयिता बाबा साहब अंबेडकर के प्रति कांग्रेस की सोच शुरू से नीचा दिखाने वाला रहा है। सेठ ने कांग्रेस पार्टी से सवाल किया कि क्यों कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब अंबेडकर के द्वारा नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफे के पत्र को सार्वजनिक नहीं किया?

सेठ ने पूछा कि क्यों कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने संसद के सेंट्रल हॉल में डॉ भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र को नहीं लगने दिया? क्यों कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने केवल गांधी नेहरू परिवार को भारत रत्न से सम्मानित किया लेकिन उन्हें बाबा साहब अंबेडकर की याद नहीं आई? क्यों कांग्रेस पार्टी ने एक भी स्मारक बाबा साहब अंबेडकर के नाम नहीं बनाए जबकि गांधी नेहरू परिवार के नाम हजारों स्मारक इस देश में कांग्रेस सरकार ने बनाए हैं।

सेठ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने ही एनसीआरटी की किताबों में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को नेहरू द्वारा कोड़े मारने वाले कार्टून छपवाया। उन्होंने कहा कि एम्स दिल्ली की स्थापना में जमीन दान करने वाली राजकुमारी अमृत कौर ने एम्स का नामकरण बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर रखने की इच्छा जताई थी लेकिन कांग्रेस ने इसे खारिज कर दिया। कांग्रेस पार्टी को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

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