यमुनानगर। लंबे संघर्ष के बाद मुस्तफाबाद रेलवे स्टेशन पर दिल्ली जाने वाली गाड़ियों का ठहराव शुरू होने पर ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों के साथ स्टेशन पर पहुंचकर एक दूसरे का मुंह मीठा कराया और नाचकर खुशी का इजहार किया।

रविवार सुबह भाकियू (चढूनी) ने बताया कि कोरोना काल में बंद हुई ट्रेनों को दोबारा से शुरू करने की मांग को लेकर लंबे समय से ग्रामीण भारतीय किसान यूनियन चढूनी के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे थे। जिसको लेकर तकरीबन दो बार रेलवे ट्रैक जाम किया गया और मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय अंबाला में धरना दिया और कई बार उच्च अधिकारियों के साथ बैठकें की थी।

उत्तर रेलवे बड़ोदरा हाउस नई दिल्ली में भी किसानों के द्वारा धरना दिया गया। रेलवे ने दो ट्रेनों का ठहराव मुस्तफाबाद रेलवे स्टेशन पर किया है जो अंबाला से चलकर दिल्ली जाने वाली ट्रेन सुबह 7:15 बजे मुस्तफाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंची और जालंधर से चलकर नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन 8:15 बजे मुस्तफाबाद रेलवे स्टेशन पर रुकी। ट्रेनों के ठहराव की खुशी में आज ग्रामीणों ने रेलवे स्टेशन पर इकट्ठे होकर ट्रेन ड्राइवर का फूल माला डालकर स्वागत किया और लड्डू बांटे गए।

उन्होंने बताया कि प्रतिदिन हजारों यात्री मुस्तफाबाद रेलवे स्टेशन से ट्रेन में सफर करते हैं।आज इस मौके पर जिलाध्यक्ष संजू गुन्दियानाऔर उनकी पूरी टीम का ग्रामीणों के द्वारा फूल माला पहनकर धन्यवाद किया गया।

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