धनबाद,  जिले के झरिया चार नंबर टैक्सी स्टैंड के पास स्थित सैकड़ों साल पुरानी मां मंगल चंडी मंदिर शनिवार की सुबह आग की चपेट में आ गया। सुबह मंदिर में लगी भीषण आग की वजह से वहां अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद मौके पर जुटे स्थानीय लोगों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया।

मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर के बगल में पूजा समिति का एक कार्यालय है, जहां बड़ी मात्रा में कपड़े रखे थे। बताया जा रहा है कि वहीं से लगी आग वेंटिलेटर के माध्यम से मंदिर तक पहुंच गई।

स्थानीय लोगों ने धुआं उठता देख तो शोर मचाया और तुरंत पुलिस तथा अग्निशमन विभाग को सूचना दी। झरिया पुलिस मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेड को जानकारी दी। हालांकि, फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों और मंदिर समिति के सदस्यों ने मिलकर आग पर काबू पा लिया था।

आग से मंदिर परिसर में स्थित बजरंगबली और भगवान शिव के मंदिरों को काफी नुकसान पहुंचा है। टाइल्स, बिजली की वायरिंग, पंखे, बल्ब और मूर्तियां भी आग की चपेट में आ गईं हैं। पुजारी ने बताया कि इस हादसे में लगभग दो से तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

वहीं, बगल के दुर्गा भवन रूम में रखे डेकोरेटर के तिरपाल, बांस और कपड़े जैसे सामान भी जलकर खाक हो गए। नुकसान का सटीक आकलन फिलहाल नहीं हो सका है। आग लगने का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।