नई दिल्ली,  । भारतीय क्रिकेट टीम के 'टेस्ट स्पेशलिस्ट' कहे जाने वाले बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट में पुजारा ने अपने इस महत्वपूर्ण फैसले की जानकारी दी।

37 साल के पुजारा ने अपने शानदार क्रिकेट करियर को अलविदा करते हुए कहा कि भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर कदम रखते ही अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना और इसका असली मतलब शब्दों में बयां करना नामुमकिन है। पूरे आभार के साथ मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है। आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद।

चेतेश्वर पुजारा ने रिटायरमेंट पोस्ट में लिखा कि राजकोट के छोटे से कस्बे से निकलकर भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का सपना देखा। तब मुझे अंदाजा भी नहीं था कि यह खेल मुझे अमूल्य अवसर, अनुभव, उद्देश्य, प्यार, और सबसे बढ़कर अपने राज्य और महान देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका देगा। पुजारा ने आगे लिखा कि मैं अपने क्रिकेट करियर में मिले अवसर और समर्थन के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन का धन्यवाद करना चाहता हूं। 


मैं उन सभी टीमों, फ्रेंचाइजी और काउंटी टीमों का भी आभारी हूं, जिनका मैं इतने वर्षों में प्रतिनिधित्व कर पाया हूं। मैं अपने गुरुओं, कोचों और मार्गदर्शकों की अमूल्य सीख के बिना यहां तक नहीं पहुंच पाता। मैं उनके प्रति मैं सदैव ऋणी रहूंगा। मेरे सभी साथियों, सहयोगी स्टाफ, नेट बॉलर्स, विश्लेषकों, लॉजिस्टिक्स टीम, अंपायरों, ग्राउंड स्टाफ, स्कोरर, मीडियाकर्मियों और उन सभी लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद, जो पर्दे के पीछे अथक परिश्रम करते हैं ताकि हम इस प्यारे खेल में प्रतिस्पर्धा कर सकें और खेल सकें।

पुजारा ने अपने स्पॉन्सर्स, पार्टनर्स और मैनेजमेंट टीम का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने सालों तक उन पर भरोसा किया और उनके मैदान के बाहर की गतिविधियों का भी ध्यान रखा। पुजारा ने कहा कि इस खेल ने उन्हें दुनिया भर में घूमने और खेलने का मौका दिया। हर जगह उन्हें फैन्स का भरपूर प्यार और समर्थन मिला। इसके लिए वह हमेशा आभारी रहेंगे।

पुजारा ने कहा कि यह सफर उनके परिवार के बिना संभव नहीं था। उन्होंने माता-पिता, पत्नी पुजा, बेटी अदिति, ससुराल और परिवार के सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया। पुजारा ने लिखा कि परिवार के त्याग और समर्थन ने उनके इस सफर को सार्थक बनाया। अंत में उन्होंने कहा कि अब वे जीवन के अगले पड़ाव में अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने और उन्हें प्राथमिकता देना चाहते हैं। उन्होंने सभी लोगों को प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।

टेस्ट में शानदार रहा रिकॉर्डचेतेश्वर पुजारा का टेस्ट में करियर बेहद शानदार रहा। उन्होंने भारतीय टीम के लिए 103 टेस्ट मैचों में 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 35 अर्धशतक लगाए। टेस्ट में उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 206 रन रहा। पुजारा ने भारत के लिए पांच एकदिवसीय मुकाबले भी खेले, जिसमें उन्होंने 51 रन बनाए।