प्रथम विश्व ध्यान दिवस पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों से ध्यान को दिनचर्या का हिस्सा बनाने का किया आग्रह
नई
दिल्ली। प्रथम विश्व ध्यान दिवस पर प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देशवासियों से ध्यान को अपनी दिनचर्या का
हिस्सा बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ध्यान किसी के जीवन में शांति
और सद्भाव लाने का एक शक्तिशाली तरीका है।
प्रधानमंत्री ने एक्स
पोस्ट में लिखा, “आज विश्व ध्यान दिवस पर मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे
ध्यान को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं और इसकी परिवर्तनकारी क्षमता का
अनुभव करें। ध्यान किसी के जीवन में शांति और सद्भाव लाने का एक शक्तिशाली
तरीका है, साथ ही हमारे समाज और ग्रह में भी। प्रौद्योगिकी के युग में,
ऐप्स और निर्देशित वीडियो हमारी दिनचर्या में ध्यान को शामिल करने में मदद
करने के लिए मूल्यवान उपकरण हो सकते हैं।”
उल्लेखनीय है कि संयुक्त
राष्ट्र ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस घोषित किया है। भारत ने इस संबंध
में संयुक्त राष्ट्र महासभा के मसौदा प्रस्ताव को सह-प्रायोजित करने में
अग्रणी भूमिका निभाई थी। इस वर्ष विश्व ध्यान दिवस की थीम “वैश्विक शांति
और सद्भाव के लिए ध्यान” वैश्विक शांति और एकता को बढ़ावा देने में ध्यान
की भूमिका पर जोर देती है।