ट्रैफिक चालान प्रणाली होगी स्वचालित, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के शिक्षकों ने किया अविष्कार
गौतम बुद्ध नगर, । ट्रैफिक चालान प्रणाली को पूरी तरह स्वचालित और डिजिटल बनाने की दिशा में गौतमबुद्ध के सेक्टर 39 स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के शिक्षकों ने मिलकर एक ऐसी तकनीक विकसित की है, जो वाहनों से संबंधित समस्त दस्तावेजों की स्थिति स्वत: जांच सकेगी, और नियम उल्लंघन की दशा में बिना किसी मैनुअल हस्तक्षेप के चालान जारी कर सकेगी। जिसे भारत सरकार के कॉपीराइट विभाग द्वारा 12 जुलाई को कॉपीराइट प्रदान किया गया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ दिनेश चंद के निर्देशन में कंप्यूटर साइंस विभाग के अध्यक्ष डॉ शिशुपाल सिंह तथा बेसिक शिक्षा विभाग, सिकंदराबाद में कार्यरत रीना रानी ने इस सिस्टम को तैयार किया है।
दोनों विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से सॉफ्टवेयर और रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान तकनीक के माध्यम से ऐसा सिस्टम विकसित किया है, जो ट्रैफिक पुलिस की कार्यप्रणाली को पूरी तरह डिजिटल रूप में बदल देगा। इस सिस्टम को ऑटोमेटेड व्हीकल कंप्लायंस एंड डिजिटल चालान जनरेशन सिस्टम यूजिंग रेडियो फ्रीक्वेंसी बेस्ट डिटेक्शन नाम दिया गया है, जिसे भारत सरकार के कॉपीराइट विभाग द्वारा 12 जुलाई को कॉपीराइट प्रदान किया गया। यह प्रणाली न केवल ओवर स्पीडिंग, नो पार्किंग या सीट बेल्ट जैसे सामान्य यातायात उल्लघंनों का पता लगाएगी, बल्कि वाहनों के दस्तावेज बीमा, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट, रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता का भी स्वत: जांच करेगी।