राजस्थान में बारिश का दौर धीमा हुआ, आज चार जिलों में बारिश का अलर्ट
जयपुर, । राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बरसात अब धीमी पड़ गई है। मौसम विभाग ने बुधवार को झालावाड़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं टोंक और बूंदी में बुधवार को भी स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है।
मंगलवार को अलवर, जोधपुर, सीकर, जैसलमेर और कोटपूतली-बहरोड़ में हल्की से मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश हुई। बांसवाड़ा के भूंगड़ा में 6 इंच बारिश दर्ज हुई, जबकि दौसा, अलवर और प्रतापगढ़ सहित कई जिलों में 1 से 3 इंच तक पानी बरसा। खराब मौसम के कारण हैदराबाद से जोधपुर पहुंचने वाली इंडिगो फ्लाइट लैंड नहीं कर पाई और उसे उदयपुर डायवर्ट करना पड़ा। उदयपुर में फतहसागर झील के गेट खोले गए। झाड़ोल क्षेत्र में वाकल नदी उफान पर है और वास-नरसिंगपुरा संपर्क मार्ग पर बनी पुलिया डूबने से दोनों गांवों का संपर्क कट गया।
मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के अनुसार बांसवाड़ा के भूंगड़ा में 154 मिमी, भीलवाड़ा के कोटड़ी में 53, अलवर के कठूमर में 89, कोटकासिम में 35, खैरथल में 33 और बानसूर में 40 मिमी बारिश हुई। कोटा के कानावास में 39, कोटपूतली में 40, फलोदी के सेतरवाड़ा में 85, प्रतापगढ़ के धरियावद में 69 मिमी बरसात हुई। इसके अलावा उदयपुर के कुराबाद में 49, जोधपुर के तिंवरी में 35, धौलपुर के मनिया में 68 और बूंदी में 44 मिमी पानी दर्ज हुआ।
राजस्थान में मंगलवार को सबसे अधिक गर्मी जैसलमेर में रही, जहाँ अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अलवर दिनभर सबसे ठंडा रहा, जहाँ पारा 29.8 डिग्री सेल्सियस तक ही पहुंच पाया। अजमेर में अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री, भीलवाड़ा में 31.2 डिग्री और जयपुर में 31.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सीकर में 33.5 डिग्री और कोटा में 30.3 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। चित्तौड़गढ़ में 32.2 डिग्री और झुंझुनूं में 31.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। पश्चिमी राजस्थान में बाड़मेर का तापमान 34.8 डिग्री और बीकानेर व फलोदी का तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नागौर में 34.5 डिग्री, चूरू में 32.8 डिग्री, धौलपुर व दौसा में 30.8 डिग्री, करौली में 31.9 डिग्री और प्रतापगढ़ में 28.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में मानसून ट्रफ श्रीगंगानगर, सिरसा, आगरा, सीधी और संभलपुर होते हुए बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। पूर्वी हवाओं की कमजोरी के कारण आने वाले दिनों में बारिश का दौर कमजोर रहने की संभावना है।