आदिवासी मित्र मण्डल ने मनाई गांधी और शास्त्री जयंती
पश्चिमी सिंहभूम,
आदिवासी मित्र मण्डल की ओर से गुरुवार को महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत गांधीजी और शास्त्रीजी की तस्वीरों पर माल्यार्पण कर उनकी स्मृति को नमन करने से हुई।
इस अवसर पर दोनों महान नेताओं की जीवनी और उनके आदर्शों पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि गांधीजी का सत्य और अहिंसा का संदेश तथा शास्त्रीजी का सादगीपूर्ण जीवन और “जय जवान, जय किसान” का नारा आज भी आदिवासी समाज के लिए प्रेरणादायी है।
कार्यक्रम में मण्डल के अध्यक्ष संजय केरकेट्टा, सचिव सुखराज सुरीन, कोषाध्यक्ष देवा मुर्मू, सलाहकार कालिया जामुदा, युवा मित्र मण्डल के सचिव रबिन्द्र गिलुवा, सह-सचिव मनीष बंदिया, रवि बाँकिरा, हेमंत सामड, सुरेश हेमब्रोम और महावीर बोदरा उपस्थित थे। अध्यक्ष संजय केरकेट्टा ने गांधी-शास्त्री के आदर्शों को आत्मसात करने पर जोर दिया, जबकि सचिव सुखराज सुरीन ने कार्यक्रम का संचालन किया।
चर्चा के दौरान मण्डल ने गांधीजी की अहिंसा और शास्त्रीजी के किसान-केंद्रित दृष्टिकोण को आदिवासी संस्कृति से जोड़ते हुए भविष्य में “अहिंसा पथ” अभियान और कृषि कार्यशाला आयोजित करने की योजना भी बनाई।
यह आयोजन आदिवासी समाज की एकता और प्रेरणा का प्रतीक बना।