लखनऊ। समाज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पहचान एक अनुशासित व स्वयंसेवी संगठन के रूप में बनी है। स्वयंसेवकों के नित्य आचरण व व्यवहार में भी यह दिखता है। संघ समाज से जो अपेक्षा करता है स्वयंसेवक पहले उसे अपने जीवन में उतारता है। यही कारण है कि समय-समय पर संघ अपने कार्यों के कारण समाज में श्रद्धा केन्द्र बनता है। 20 अप्रैल की सायंकाल लखनऊ के स्मृति उपवन मैदान में आयाेजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लखनऊ विभाग का शाखा एकत्रीकरण के बाद अगली सुबह साेमवार काे इसका जीवंत उदाहरण देखने काे मिला जाे लाेगाें के लिए मिसाल है।

दरअसल गुणवत्ता और संख्या की दृष्टि से भी उक्त कार्यक्रम बड़ा था। इसमें लखनऊ विभाग में लगने वाली सभी शाखाओं के शाखा टोली के 4410 कार्यकर्ता शामिल हुए थे। इस दाैरान शारीरिक कार्यक्रम भी प्रभावी रहे, लेकिन इसमें सबसे प्रमुख बात यह रही कि कार्यक्रम समाप्ति के बाद रात में ही स्वयंसेवकों ने पूरे मैदान में स्वच्छता अभियान चलाया। जिस मैदान में इतना बड़ा कार्यक्रम हुआ हाे वहां पर दूसरे दिन सुबह एक कागज का टुकड़ा न होना क्षेत्र में चर्चा का विषय है। स्मृति उपवन के बगल में रहने वाले आनंद पाण्डेय आज सुबह जब मैदान में टहलने गये तो पूरा मैदान ​एकदम साफ सुथरा देखकर आश्चर्यचकित रहे गए।

स्वयंसेवकों ने किया दण्ड व नि:युद्ध का प्रदर्शन

कार्यक्रम में संघ के सर्वाेच्च पदाधिकारी सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले मंच पर विराजमान थे। मंच के बगल अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वान्त रंजन, क्षेत्र प्रचारक अनिल व प्रान्त प्रचारक कौशल के अलावा क्षेत्र व प्रान्त स्तर के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहें। सरकार्यवाह के उद्बोधन से पूर्व दण्ड योग, व्यायाम योग और आसन का सामूहिक प्रदर्शन सभी स्वयंसेवकों ने किया। शाखा टोली पर सरकार्यवाह के प्रेरक उद्बोधन को सभी कार्यकर्ताओं ने हृदयंगम किया।

लखनऊ विभाग के सह शारीरिक शिक्षण प्रमुख अतुल सिंह ने बताया कि पूरब भाग के कार्यकर्ताओं ने नि:युद्ध, पश्चिम भाग ने सामूहिक समता, उत्तर के कार्यकर्ताओं ने पद विन्यास और दक्षिण भाग के कार्यकर्ताओं ने दण्ड का प्रदर्शन किया। इस दौरान घोष दल की ओर से सामूहिक वादन किया गया।

हिन्दू राष्ट्र का सुखद सुमंगल समरस रूप करे साकार

मैदान में 12 फिट ऊंचा व 24 फिट चौड़ा शानदार मंच बनाया गया था। मंच के पीछे हिन्दू राष्ट्र का सुखद, सुमंगल, समरस रूप साकार करे, दसाें दिशा में कदम बढ़ रहे, ले पावन संस्कृति आधार। गूंजे भारत की जयकार गीत की पंक्तियां लिखी ​थी। मंच के बगल में फहराता भगवाध्वज अद्भुत दृश्य उत्पन्न कर रहा था। आशियाना की ओर जाने वाली सभी सड़कें भगवामय थी। सड़कों पर बस व मोटरसाईकिल पर पूर्ण गणवेशधारी स्वयंसेवक नजर आ रहे थे। किशोर व तरुणों की संख्या सर्वाधिक रही।

15 मिनट में सब तक पहुंच गया जलपान

कार्यक्रम संपन्न होने के बाद कम समय में ही सभी स्वयंसेवकों का जलपान हो जाये, यह भी एक कठिन चुनौती थी। श्याम त्रिपाठी व दुष्यंत के नेतृत्व में जलपान वितरण में लगे 50 कार्यकर्ताओं ने मात्र 15 मिनट में ही यह कार्य पूर्ण किया। शिविर में पेयजल की उत्तम व्यवस्था रही। लखनऊ विभाग व सभी चार भागों की शारीरिक धीरेन्द्र की देखरेख में रेखांकन टोली के 50 कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत कर पूरे मैदान में रेखांकन किया था। कार्यक्रम से पहले पूरे मैदान की साफ सफाई की गयी थी। सर्व व्यवस्था प्रमुख सह विभाग कार्यवाह ब्रजेश पाण्डेय और सह ​व्यवस्था प्रमुख धीरज ने कई दिनों तक पूरी टोली को सक्रिय कर सभी व्यवस्थाएं पूर्ण की। विभाग प्रचारक अनिल की देखरेख में भाग प्रचारक अजीत, दक्षिण भाग के कार्यवाह धीरेन्द्र व सह भाग कार्यवाह सिद्धार्थ कई दिनों से शाखा टोली एकत्रीकरण की तैयारी में लगे रहे।

लखनऊ के सह विभाग संघचालक भुवनेश्वर ने हिन्दुस्थान समाचार से साेमवार काे कहा कि 'माता भूमि':, पुत्रो अहं पृथिव्या' काे हम लोग मानने वाले हैं। यह धरती स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त रहे हमारी जिम्मेदारी है। संघ पर्यावरण गतिविधि के नाम से पर्यावरण संरक्षण की पहल भी शुरू की है।

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