लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र की कार्यवाही से पहले देर रात सोशल मीडिया एक्स पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने इस्तीफे की पेशकश कर दी। उन्होंने लिखा मेरी राजनीतिक हत्या की साजिश की जा रही है। लेक्चरर से विभागाध्यक्ष बनाए जाने का जो आरोप लगाया जा रहा है, वह पूरी तरह से निरर्थक है। इसके लिए मैं सीबीआई जांच कराने को लेकर भी तैयार हूं।

उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा विभाग के डिप्लोमा विभागाध्यक्षों के पदों पर प्रमोशन के मामले में गड़बड़ी के आरोपों पर मंत्री आशीष पटेल ने सफाई दी है। उन्होंने लिखा कि डिप्लोमा सेक्टर में विभागाध्यक्ष के पदों पर प्रमोशन के मामले में जो आरोप लगाये जा रहे हैं वह पूरी तरह से निरर्थक है। प्रमोशन को कमेटी ने मंजूरी दी थी, तत्कालीन प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनी थी। उन्होंने लिखा कि मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरी राजनीतिक हत्या करने के लिए साज़िश के तहत तथ्यहीन और अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहेंगे तो तुरंत इस्तीफा दे दूंगा। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले की सीबीआई से जांच कराने का भी अनुरोध किया है।

मंत्री आशीष पटेल ने कहा, “मेरे मंत्रित्व काल में प्राविधिक शिक्षा विभाग में वंचित वर्ग से आने वाले कार्मिको के हितों की रक्षा के बारे में पूरे उत्तर प्रदेश को पता है. सांच को आंच क्या!

मंत्री आशीष पटेल ने आगे लिखा कि एक बात और, सामाजिक न्याय की जंग के लिए अपना दल (एस) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और गृहमंत्री अमित शाह जी के सानिध्य में 2014 में एनडीए का अंग बना था। “सब को पता है कि इसके पीछे कौन है? आगे और भी ऐसे आरोप लगेंगे। ऐसे मिथ्या आरोपों से डरने वाले कोई और होंगे। अपना दल (एस) वंचितों के हक़ की लड़ाई से पीछे नहीं हटने वाला। प्रधानमंत्री जी का जिस दिन आदेश होगा बिना एक सेकेंड की देरी के मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा।

बताते चलें कि सपा विधायक पल्लवी पटेल ने आरोप लगाया था कि प्राविधिक शिक्षा विभाग में लेक्चर से विभागाध्यक्ष बनाए जाने पर 25-25 लाख रुपये लिए गए हैं।

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