कोलकाता,। बहुचर्चित कोयला घोटाला मामले में आरोप तय कर दिए गए हैं। मंगलवार को आसनसोल की विशेष सीबीआई अदालत ने लाला उर्फ अनुप माझी समेत कुल 49 आरोपितों के खिलाफ आरोप तय किए। मामले में आरोपित विकास मिश्रा, जो वर्तमान में प्रेसिडेंसी जेल में बंद हैं, को वर्चुअल माध्यम से अदालत में पेश किया गया।

सीबीआई द्वारा दायर चार्जशीट में कुल 50 आरोपितों के नाम थे, लेकिन आरोपित विनय मिश्रा फरार होने के कारण उनके खिलाफ आरोप तय नहीं किए जा सके। विकास मिश्रा को भी पहले पेश नहीं किया जा सका था, जिससे चार्जशीट प्रक्रिया में कई बार देरी हुई।

इस मामले में जिन 49 आरोपितों पर आरोप तय हुए हैं, वे सभी फिलहाल शर्तों के साथ जमानत पर हैं। इनमें से तीन, जिनमें लाला, रतनेश वर्मा और विकास मिश्रा शामिल हैं, के खिलाफ अलग-अलग सुनवाई होगी क्योंकि उनके खिलाफ सबसे अधिक गंभीर आरोप लगाए गए हैं। अन्य आरोपितों में कई कोलियरी मैनेजर, सुरक्षा कर्मी और स्थानीय व्यापारी शामिल हैं।

सीबीआई ने चार्जशीट में दावा किया है कि आरोपितों ने करीब 31 लाख मीट्रिक टन कोयले की चोरी और तस्करी की, जिससे सरकार को 1340 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ। यह घोटाला 2015 से 2020 के बीच हुआ। मामले की जांच 2020 में शुरू हुई, जब राज्य के विभिन्न रेलवे साइडिंग इलाकों में कोयला चोरी के मामले सामने आए।

विशेष न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती ने चार्जशीट प्रक्रिया को पांच भागों में विभाजित किया है। अदालत ने 21 जनवरी 2025 को मामले की अगली सुनवाई की तारीख तय की है, जिसमें दो गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे।

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