नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (आईआईटी-डी) ने अगस्त 2024 में स्नातक करने वाले छात्रों के बीच संस्थान द्वारा किए गए एग्जिट सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा है कि आईआईटी दिल्ली के सभी छात्र ऑन-कैंपस प्लेसमेंट सेवाओं का लाभ नहीं उठा रहे हैं।

आईआईटी ने शुक्रवार को आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि हमारे छात्र स्टार्टअप, उद्यमिता, उच्च अध्ययन, पोस्ट-डॉक्टोरल अनुसंधान, सिविल सेवा और कई अन्य जैसे विविध कैरियर के अवसरों की खोज करने के इच्छुक हैं। इस एग्जिट सर्वे में 1411 (53.1 प्रतिशत) छात्रों ने बताया कि उन्हें नौकरी का प्रस्ताव मिला है। वहीं, 224 (8.4 प्रतिशत) छात्रों ने बताया कि वे स्वरोजगार कर रहे हैं, जबकि 45 (1.7 प्रतिशत) छात्रों ने बताया कि वे स्टार्ट-अप के लिए काम कर रहे हैं और 66 (2.5 प्रतिशत) छात्र उद्यमिता से जुड़े हैं।

ऐसे कई छात्र हैं जिन्होंने या तो आगे की पढ़ाई शुरू कर दी है या फिर वे इसके लिए तैयारी कर रहे हैं। एग्जिट सर्वे के अनुसार, 359 (13.5 प्रतिशत) आईआईटी दिल्ली के छात्रों ने जवाब दिया कि वे उच्च शिक्षा के लिए जा रहे हैं, 47 (1.8 प्रतिशत) पीएचडी छात्रों ने बताया कि वे पोस्ट-डॉक्टरल शोध के अवसर या संकाय पद की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसी तरह, 321 (12.1 प्रतिशत) छात्रों ने बताया कि वे विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उदाहरण के लिए सिविल सेवा, इंजीनियरिंग सेवा और विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए आवश्यक परीक्षाएं।

अगस्त 2024 में केवल 134 छात्रों (5 प्रतिशत) ने बताया कि वे अभी भी उपयुक्त करियर के अवसरों की तलाश में हैं। 10 अगस्त 2024 को आयोजित वार्षिक दीक्षांत समारोह में 2,656 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। इसमें 481 पीएचडी और संयुक्त पीएचडी, 113 एमबीए, 91 एमएस (रिसर्च), 25 एमडीएस, 529 एमटेक, 24 एमपीपी, 129 डुअल डिग्री (बीटेक+एमटेक), 1001 बीटेक, 51 पीजी डिप्लोमा, 212 एमएससी विद्यार्थी शामिल हैं।

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